People who died in against caste reservation system in india

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दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र एसएस चौहान ने आरक्षण के विरोध में आत्मदाह
किया. एक अन्य छात्र राजीव गोस्वामी बुरी तरह झुलस गए.

*17 जनवरी 1991*
केंद्र सरकार ने पिछड़े वर्गों की सूची तैयार की.

वीपी सिंह सरकार ने आयोग की सिफ़ारिशें लागू करने की घोषणा की थी

*8 अगस्त 1991*
रामविलास पासवान ने केंद्र सरकार पर आयोग की सिफ़ारिशों को पूर्ण रूप से लागू
करने में विफलता का आरोप लगाते हुए जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. पासवान
गिरफ़्तार किए गए.

*25 सितंबर 1991*
नरसिंह राव सरकार ने सामाजिक शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों की पहचान की.
आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 59.5 प्रतिशत करने का फ़ैसला. इसमें ऊँची जातियों के
अति पिछड़ों को भी आरक्षण देने का प्रावधान किया गया.

*24 सितंबर 1990*
पटना में आरक्षण विरोधियों और पुलिस के बीच झड़प. पुलिस फायरिंग में चार
छात्रों की मौत.

*25 सितंबर 1991*
दक्षिण दिल्ली में आरक्षण का विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस फायरिंग में दो की
मौत.

*1 अक्टूबर 1991*
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से आरक्षण के आर्थिक आधार का ब्यौरा माँगा.

*2 अक्टूबर 1991*
आरक्षण विरोधियों और समर्थकों के बीच कई राज्यों में झड़प. गुजरात में
शैक्षणिक संस्थान बंद किए गए.

*10 अक्टूबर 1991*
इंदौर के राजवाड़ा चौक पर स्थानीय छात्र शिवलाल यादव ने आत्मदाह की कोशिश की.

*30 अक्टूबर 1991*
मंडल आयोग की सिफारिशों के ख़िलाफ़ दायर याचिका की सुनवाई कर रही सुप्रीम
कोर्ट की संविधान पीठ ने यह मामला नौ न्यायाधीशों की पीठ को सौंप दिया.

*17 नवंबर 1991*
राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और उड़ीसा में एक बार फिर उग्र विरोध
प्रदर्शन. उत्तर प्रदेश में एक सौ गिरफ़्तार. प्रदर्शनकारियों ने गोरखपुर में
16 बसों में आग लगाई.
[image: सुप्रीम कोर्ट]
सुप्रीम कोर्ट ने भी मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की अनुमति दे दी थी

*19 नवंबर 1991*
दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर में पुलिस और छात्रों के बीच झड़प. लगभग
50 लाख घायल. मुरादाबाद में दो छात्रों ने आत्मदाह का प्रयास किया.

*16 नवंबर 1992*
सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फ़ैसले में मंडल आयोग की सिफ़ारिशें लागू करने के
फ़ैसले को वैध ठहराया. साथ ही आरक्षण की अधिकतम सीमा 50 प्रतिशत रखने और
पिछड़ी जातियों के उच्च तबके को इस सुविधा से अलग रखने का निर्देश दिया.

*8 सितंबर 1993*
केंद्र सरकार ने नौकरियों में पिछड़े वर्गों को 27 फीसदी आरक्षण देने की
अधिसूचना जारी की.

*20 सितंबर 1993*
दिल्ली के क्राँति चौक पर राजीव गोस्वामी ने इसके ख़िलाफ़ एक बार फिर आत्मदाह
का प्रयास किया.

*23 सितंबर 1993*
इलाहाबाद की इंजीनियरिंग की छात्रा मीनाक्षी ने आरक्षण व्यवस्था के विरोध में
आत्महत्या की.

*20 फरवरी 1994*
मंडल आयोग की रिफारिशों के तहत वी राजशेखर आरक्षण के जरिए नौकरी पाने वाले
पहले अभ्यार्थी बने. समाज कल्याण मंत्री सीताराम केसरी ने उन्हें नियुक्ति
पत्र सौंपा.

*1 मई 1994*
गुजरात में राज्य सरकार की नौकरियों में मंडल आयोग की सिरफारिशों के तहत
आरक्षण व्यवस्था लागू करने का फ़ैसला.

*2 सितंबर 1994*
मसूरी के झुलागढ़ इलाके में आरक्षण विरोधी.

प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच संघर्ष में दो महिलाओं समेत छह की मौत, 50
घायल.

लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन चलता रहा

*13 सितंबर 1994*
उत्तरप्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी द्वारा घोषित
राज्यव्यापी बंद के दौरान भड़की हिंसा में पाँच मरे.

*15 सितंबर 1994*
बरेली कॉलेज के छात्र उदित प्रताप सिंह ने आत्महत्या का प्रयास किया.

*11 नवंबर 1994*
सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की नौकरियों में 73 फीसदी आरक्षण के कर्नाटक
सरकार के फ़ैसले पर रोक लगाई.

*24 फरवरी 2004*
आरक्षण विरोधी आंदोलन के अगुआ रहे राजीव गोस्वामी का लंबी बीमारी के बाद निधन।

1 comment

  1. DSR. KULDEEP SINGH says:

    I understand the pain you have for those who died fighting against reservation. But, reservation is constitutionally sustainable. But among reserved category, the benefit must go to the downtrodden and not to the creamy of reservation. Reservation must be on the basis of economic condition.

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